की जगह कंजूस ने उसे बगीचे में छिपा रखा था। एक
दिन एक चोर ने कंजूस को सोने की अशफियाॅ गिनते
देख लिया ।रात में चोर ने आकर जमीन खोदा और धन
चुरा लिया। अगली सुबह जब कंजूस उसे गिनने गया तो
सब गायब देखा घबरा गया और जोर- जोर से रोने लगा
कि सोना चोरी हो गया। रोना सुनकर पड़ोसी भागे आए।
एक पड़ोसी ने कहा, अपना सोना तो मैं घर में रखना था
जिससे तुम खर्च कर पाते।, क्रोधित होता हुआ कंजूस
बोल ,मुझे अपना धन खर्च करना पसंद नहीं। पड़ोसी ने
एक पत्थर उठाकर गड्ढे में फेंका और कहा ,फिर तुम्हारे
सोने और इस पत्थर में कोई अंतर नहीं।
सीख-_ धन का उपयोग ना होने पर वह पत्थर के ही समान है इसलिए पैसों को हमेशा से खर्च ना चाहिए उसे रखना नहीं चाहिए