कुछ दिनों बाद फिर वह लौटकर अपने क्वाटर में
पहुंचा। वहां उसने एक खरगोश को रहता देखकर
पूछा कि वह क्या कर रहा था। खरगोश ने कहा कि
दोनों इसी बात को लेकर लड़ने लगे एक धूर्त
बिल्ली ने उन्हें लड़ते देखा उसने एक युक्ति सूझी
वह सन्यासी के रूप में उनके सामने आई उसे
देखकर दोनों ने बिल्ली से मामला सुलझाने के
लिए कहा। बिल्ली ने उसकी बात सुनकर कहा कि
वह बूढ़ी हो गई है।उसे कम सुनाई देता है। उसने
दोनों को पास आने के लिए कहा। जो ही तीतर
और खरगोश उसके पास गए बिल्ली उन पर झपट
पड़ी और मार डाला
सीख - शत्रु पर कभी भी विश्वास नहीं करना चाहिए
अगर गलतियों पर चिल्लाने या डांटने की
कोई हाथ थाम कर प्यार से
समझाएं तो बहुत सारे रिश्ते
टूटने से बच जाएंगे
वक्त और हालात सदा
बदलते रहते हैं लेकिन अच्छे
रिश्ते और सच्चे दोस्त कभी
नहीं बदलते