तथा दो बच्चों के साथ रहता था। एक दिन किसान
एक खूबसूरत बत्तख खरीद कर लाया। अगले दिन
बत्तख ने एक सुनहरा अंडा दिया।
किसान हैरान रह गया
उसने बाजार जाकर अंडा बेच दिया। अगले दिन
बत्तख ने फिर से सुनहरा अंडा दिया। किसान और
उसकी पत्नी बहुत प्रसन्न थे। प्रतिदिन सुनहरे अंडे
बेचकर किसान धनवान हो गया। पत्नी के मन में
लोग समा गया। उसने सोचा "क्यों ना इसके पेट से
सभी अंडे निकाल लिए जाए"? " किसान की
पत्नी ने किसान से कहा, "यदि हम लोग एक ही
साथ सारे अंडे बेच दे तो कितने धनी हो जाएंगे!"
किसान को बात जच गई।दोनों ने मिलकर बत्तख
का पेट काटा। दोनों अचंभित रह गए क्योंकि पेट
तो खाली था। दोनों अपनी मूर्खता पर विलाप
करने लगे।
सिख - लालच बुरी बला है हमें लालच नहीं करना चाहिए